आज उन्नत टेक्नोलॉजी के युग में हम सभी कंप्यूटर का इस्तेमाल करते है। स्कूल, कॉलेज, ऑफिस, बैंक सभी क्षेत्र में कंप्यूटर का उपयोग किया जाता है। आज के समय में कंप्यूटर के बिना कोई भी तथ्यसूचक कार्य सम्पादन करना असंभव है। हम सभी जिस प्रकार के कंप्यूटर का इस्तेमाल करते है उसे डिजिटल कंप्यूटर कहते है। डिजिटल कंप्यूटर कई प्रकार के होते है जैसे Mini Computer, Mainframe Computer, Micro Computer, Super Computer आदि।

Super Computer एक बड़ा आकार का कंप्यूटर है। जटिल गणना कार्य का समाधान करने के लिए इस प्रकार के कंप्यूटर का उपयोग किया जाता है। तो क्या आप जानते है Super Computer Kya Hai यदि नहीं तो यह पोस्ट आप सभी के लिए बहुत उपयोगी होने वाला है। क्यों की इस पोस्ट पर हमने सुपर कंप्यूटर के विषय में सम्पूर्ण जानकारी प्रदान किया है।
पेज का इंडेक्स
- Super Computer क्या है
- Super Computer का इतिहास
- Super Computer की विशेषताएं
- 1) Multitasking / Multiuser
- 2) Multi Processor
- 3) कार्यगति / कार्यक्षमता
- 4) आकार और मूल्य
- 5) Monitoring
- 6) Security
- 7) कार्य
- 8) उपयोगिता
- Super Computer के उपयोगिता
- Super Computer कैसे काम करता है
- Super Computer के फायदे
- Super Computer के नुकसान
- Super Computer क्या है से जुड़े FAQ
Super Computer क्या है
Super Computer डिजिटल कंप्यूटर का एक भाग है यह कंप्यूटर आकार में बहुत बड़ा होता है। सुपर कंप्यूटर का कैलकुलेशन कैपेसिटी अन्य सभी कंप्यूटर के तुलना में बहुत ज्यादा होता है। दुनिया का सबसे अधिक शक्तिशाली और तेज कार्यगति संपन्न कंप्यूटर का नाम Super Computer है। आमतौर पर, पर्सनल और सामान्य कार्य के लिए सुपर कंप्यूटर का इस्तेमाल नहीं किया जाता है।
वेदर फोरकास्ट, मिलिट्री रिसर्च, एनिमेटेड ग्राफिक्स आदि में जटिल गणना को नैनो सेकंड में संपन्न करना अनिवार्य होता है इसीलिए इन सभी क्षेत्र में सुपर कंप्यूटर का उपयोग किया जाता है। अधिक संख्यक यूजर एक साथ एक ही समय में सुपर कंप्यूटर का उपयोग कर सकते है। यह कंप्यूटर बहुत ही महंगा होता है। सुपर कंप्यूटर के कुछ विशिष्ट उदाहरण – CRAY 1, CRAY 2, PARAM 2000।
Super Computer का इतिहास
Super Computer का आविस्कार सबसे पहले सन 1960 में अमेरिका के इंजीनियर Seymour Roger Cray ने किया था इस कंप्यूटर का नाम था CDC 1604। यह कंप्यूटर वैक्यूम ट्यूब को ट्रांजिस्टर में परिवर्तन करता था। इसके बाद, सन 1961 में IBM (International Business Machine) ने IBM 7030 नामक एक सुपर कंप्यूटर का आविष्कार किया।
फिर सन 1964 में Seymour Roger Cray ने CDC 6600 को बनाया जिस टेक्नोलॉजी ने प्रचलित सभी सुपर कंप्यूटर को एक तेज़ गतिसंपन्न सुपर कंप्यूटर में बदल दिया। ऐसे ही बदलते समय के साथ पुराने डिजाइन के आधार पर नया सुपर कंप्यूटर का उत्पादन होने लगा।
Fugaku, Summit, Sierra आदि दुनिया के कुछ सुपर कंप्यूटर का उदाहरण है। और, भारत के कुछ सुपर कंप्यूटर का नाम है PARAM 8000, PARAM Siddhi AI, SAHASRAT आदि। बर्तमान समय में यानी सन 2022 के अनुसार भारत का सबसे तेज़ सुपर कंप्यूटर का नाम Pratyush Cray XC40 है।
Super Computer की विशेषताएं
साधारण और सामान्य कार्य को संपन्न करने के लिए एक साधारण कंप्यूटर का इस्तेमाल किया जाता है। परंतु, सुपर कंप्यूटर का इस्तेमाल किया जाता है जटिल कार्य, गणना कार्य को संपन्न करने के लिए। सुपर कंप्यूटर एक विशिष्ट डिजिटल कंप्यूटर है इस प्रकार के कंप्यूटर का महत्वपूर्ण विशेषताएं सुपर कंप्यूटर को अन्य सभी कंप्यूटर से अलग बनाता है। Super Computer के विशेषताएं के बारे में हमने नीचे बताया है।
1) Multitasking / Multiuser
Super Computer मिनी कंप्यूटर की तरह एक ही समय में एक से अधिक कार्य को संपन्न कर सकता है इसीलिए इस कंप्यूटर को Multitasking Computer कहेते है। और, सुपर कंप्यूटर पर एक ही समय में एक से अधिक संख्यक यूजर काम कर सकते है जिस कारण इसे Multiuser Computer भी कहेते है।
2) Multi Processor
Super Computer में बहुत सारा प्रोसेसर यानी CPU (Central Processing Unit) का इस्तेमाल होता है। प्रोसेसर में इंस्ट्रक्शन रहेता है जिस इंस्ट्रक्शन का पालन करके सुपर कंप्यूटर अरिथमेटिक और लॉजिकल आदि जटिल कार्य को संपन्न कर सकता है। इस कंप्यूटर में सभी प्रोसेसर parallel processing टेक्नोलॉजी में कार्य करता है।
3) कार्यगति / कार्यक्षमता
सुपर कंप्यूटर का कार्यगति बहुत तेज़ होता है यह कंप्यूटर बहुत ही तेज़ गति अर्थात, नैनो/पीको सेकंड में सभी कार्य को सफलतापूर्वक संपन्न करता है जिस कारण समय का बचत भी होता है। इस कंप्यूटर के कार्यगति को FLOPS (Floating Point Operations Per Second) द्वारा नापा जाता है। सुपर कंप्यूटर का कार्यक्षमता हजारों इंसान की कार्यक्षमता के समान होता है यह सुपर कंप्यूटर का सबसे महत्वपूर्ण विशेषता है।
4) आकार और मूल्य
सुपर कंप्यूटर आकार में बहुत बड़ा और बिकशित होता है यहां अधिक संख्या में hardware का उपयोग किया जाता है। यह कंप्यूटर बहुत महंगा होता है इसी कारण सभी यूजर सुपर कंप्यूटर को नहीं खरीद सकते हैं।
5) Monitoring
अधिक संख्यक प्रशिक्षित व्यक्ति के द्वारा सुपर कंप्यूटर का मॉनिटरिंग यानी देखभाल किया जाता है जो की इस कंप्यूटर का एक मुख्य विशेषता है। इस कंप्यूटर को सही रखने लिए हजारों गैलन का इस्तेमाल किया जाता है।
6) Security
सुपर कंप्यूटर बहूत ही सुरक्षित होता है। इस प्रकार का कंप्यूटर पासवर्ड को डिक्रिप्ट करके बेहतर सुरक्षा प्रदान करता है जिस कारण हैकर आसानी से सुपर कंप्यूटर को हैक नही कर सकता है।
7) कार्य
जटिल गणना कार्य, वैज्ञानिक रिसर्च, 3D ग्राफिक्स आदि कार्य को सम्पादन करना सुपर कंप्यूटर का मुख्य कार्य है। सुपर कंप्यूटर एक साथ अधिक निर्देश का परिचालन करता है।
8) उपयोगिता
Weather forecasting, जलवायु अनुसंधान, परमाणु ऊर्जा अनुसंधान आदि क्षेत्र में सुपर कंप्यूटर का उपयोग किया जाता है।
Super Computer के उपयोगिता
Super Computer का उपयोग विशेष और जटिल गणना कार्य को सम्पादन करने के लिए किया जाता है। सुपर कंप्यूटर बहुत ही उपयोगी कंप्यूटर है Super Computer के उपयोगिता के बारे में हमने नीचे विस्तार में वर्णना किया है।
- सुपर कंप्यूटर का उपयोग मुख्य रूप से बड़े रिसर्च क्षेत्र में किया जाता है अर्थात, जहां सभी गणना कार्य कुछ ही सेकंड के अंदर अर्थात, Real Time Processing में संपन्न करना अनिवार्य होता है वहां इस प्रकार के कंप्यूटर का उपयोग किया जाता है।
- सुपर कंप्यूटर का उपयोग weather science में मौसम का पूर्वानुमान करने के लिए किया जाता है।
- जीवन विज्ञान के रिसर्च में फिजिकल सिमुलेशन करने के लिए सुपर कंप्यूटर का उपयोग किया जाता है।
- मिलिट्री क्षेत्र में सैनिक नया हथियारों को परीक्षण करने के लिए सुपर कंप्यूटर का इस्तेमाल करते हैं।
- तेल और गैस की अनुसंधान क्षेत्र में तेल, गैस की खोंज करने के लिए सुपर कंप्यूटर का उपयोग किया जाता है।
- परमाणु ऊर्जा अनुसंधान के क्षेत्र में जटिल कैलकुलेशन को सफलतापूर्वक संपन्न करने के लिए सुपर कंप्यूटर का प्रयोग किया जाता है।
- अंतरिक्ष के रहस्य उद्घाटन करने के लिए, अंतरिक्ष यानबाहनों के डिजाइन करने के लिए सुपर कंप्यूटर का इस्तेमाल किया जाता है।
- Artificial Intelligence के क्षेत्र में सुपर कंप्यूटर का उपयोग किया जाता है जो सुपर कंप्यूटर का एक महत्वपूर्ण उपयोगिता है।
- सुपर कंप्यूटर का उपयोग VFX animation, 3D graphics डिजाइन, ऑनलाइन गेमिंग के लिए किया जाता है।
Super Computer कैसे काम करता है
अब तक इस पोस्ट के माध्यम से आप सुपर कंप्यूटर के विषय में थोड़ा बहुत जानकारी प्राप्त कर चुके हैं। सुपर कंप्यूटर विशेष, जटिल कार्य को सम्पादन करता है यह तो आप जान गए हैं परंतु, अब सवाल आता है की Super Computer Kaise Kaam Karta Hai इसके विषय में हमने नीचे बताया है।
सुपर कम्प्यूटर में अधिक संख्यक प्रोसेसर रहेता है सभी प्रोसेसर एक साथ एक ही समय में कार्य करता है जिस कारण सुपर कंप्यूटर कुछ ही सेकंड में जटिल से जटिल गणना का समाधान कर सकता है। एक साधारण कंप्यूटर जहां serial processing टेक्नोलॉजी के आधार पर कार्य करता है वहां एक सुपर कंप्यूटर parallel processing टेक्नोलॉजी के आधार पर कार्य करता है।
सुपर कंप्यूटर की कार्यगति बहुत तेज़ होती है इस कंप्यूटर की कार्यगति को FLOPS (Floating Point Operation Per Second) के द्वारा नापा जाता है। आमतौर पर, जिस सुपर कंप्यूटर की गति 500 Mega FLOPS होती है उसे ही सबसे तेज़ गतिसंपन्न सुपर कंप्यूटर कहेते है।
सुपर कंप्यूटर parallel processing technology के आधार पर कार्य करता है अर्थात, इस कंप्यूटर के प्रोसेसर सभी निर्देश व कार्य को कई pieces में बांट लेता है और सभी कार्य को एक एक करके संपन्न करता है इसीलिए सभी तरह के जटिल गणना का हल सुपर कंप्यूटर बहुत आसानी से और accuracy के साथ प्रदर्शन कर पाता है।
सुपर कंप्यूटर में विशिष्ट Software व Operating System का प्रयोग किया जाता है। पहेले जब सुपर कंप्यूटर को आविस्कार किया गया था तब कंप्यूटर में Unix operating system का उपयोग किया जाता था और, आज सुपर कंप्यूटर में Linux Operating System का उपयोग किया जाता है। आमतौर पर, सुपर कंप्यूटर में Linux, Cray Linux, Centos आदि ऑपरेटिंग सिस्टम का इस्तेमाल किया जाता है।
Super Computer के फायदे
अब तक इस पोस्ट के माध्यम से आप सुपर कंप्यूटर के विषय में लगभग सभी जानकारी प्राप्त कर चुके हैं। सुपर कंप्यूटर एक उपयोगी और फायदेमंद कंप्यूटर है। Super Computer के कई सारे सुविधाएं है जिसके बारे में हमने नीचे बताया है।
- Super Computer का कार्यक्षमता बहुत ज्यादा होता है। सुपर कंप्यूटर एक ही समय में एक से अधिक कार्य अर्थात multi task को संपन्न कर सकता है जिस कारण यह कंप्यूटर को बहुत लाभदायक माना जाता है।
- सुपर कम्प्यूटर के कार्यगति बहुत तेज़ होता है यह बहुत कम समय के अंदर जटिल कार्य, गणना कार्य आदि सम्पादन करने में सक्षम होता है।
- एक ही समय में एक साथ एक से अधिक संख्या में यूजर सुपर कंप्यूटर पर कार्य कर सकते हैं जो सुपर कंप्यूटर का एक बिशेष सुविधा है।
- सुपर कंप्यूटर का security यानी सुरक्षा बहूत ही बेहेतर गुणवत्ता सम्पन्न होता है जिस कारण इसे किसी भी हैकर द्वारा hack करना असंभव है।
- वैज्ञानिक कार्य, अंतरिक्ष के रहस्य उद्घाटन, मेडिकल रिसर्च आदि कई सारे विशेष कार्य को सफलतापूर्वक संपन्न करने के लिए सुपर कंप्यूटर का इस्तेमाल किया जाता है।
- सुपर कंप्यूटर का एक महत्वपूर्ण फायदा है कि यह कंप्यूटर सभी कार्य को सम्पूर्ण accuracy के साथ संपन्न करके चंद समय के अंदर output प्रदर्शित करता है।
- सुपर कंप्यूटर का कार्यसीमा एक मनुष्य का कार्यसीमा से परे होता है इसीलिए एक मनुष्य जिस तरह के जटिल गणना को समाधान करने में सक्षम नहीं होते है उस तरह के कार्य को सुपर कंप्यूटर आसानी से समाधान कर पाता है।
Super Computer के नुकसान
Super Computer एक बहूत ही फायदेमंद डिवाइस है परंतु, इस प्रकार के कंप्यूटर का भी कुछ कमियां है जिसके बारे में हमने नीचे बताया है।
- Super Computer का आकार बहुत बड़ा होता है इसे प्रतिस्थापन करने के लिए लगभग 1000 sqft जगह की ज़रूरत होती है। आकार में बहुत बड़ा होने के कारण सुपर कंप्यूटर को एक जगह से दूसरी जगह पर परिवर्तन करना असंभव है जो की इस कंप्यूटर का सबसे बड़ा नुकसान है।
- सुपर कम्प्यूटर की निगरानी के लिए, कंप्यूटर को नियंत्रण करने के लिए एक प्रशिक्षित व्यक्ति का जरूरत होता है क्यों की बिना प्रशिक्षण के कोई भी साधारण व्यक्ति सुपर कंप्यूटर को maintain नहीं कर सकता है।
- सिर्फ विशेष और जटिल कार्य को सम्पादन करने के लिए ही सुपर कंप्यूटर का उपयोग किया जाता है किसी भी पर्सनल कार्य के लिए इसका इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है।
- सुपर कंप्यूटर बहुत ही महंगा होता है जो की इसका सबसे बड़ा नुकसान है। सुपर कंप्यूटर महंगा होने के कारण इसे सभी यूजर खरीद नही पाते है। सिर्फ research centre, weather forecasting आदि बड़े बड़े कार्य क्षेत्र में ही इसका उपयोग किया जाता है।
- सुपर कंप्यूटर जिस प्रकार के डाटा का उद्घाटन करता है वह कंप्यूटर में स्टोरेज ड्राइव के द्वारा समायोजित हो जाता है। इसीलिए सभी डाटा को संचित रखने के लिए पर्याप्त स्टोरेज की जरूरत होती है। सुपर कंप्यूटर पर्याप्त स्टोरेज के बिना कार्य संपन्न नहीं कर सकता है।
- सुपर कंप्यूटर का इस्तेमाल करने से लगभग 4 MW(Mega Watt) यानी बहुत ज्यादा बिजली की जरूरत होती है जो एक साधारण कंप्यूटर के तुलना में बहुत ज्यादा है।
- सुपर कंप्यूटर में बहुत सारा प्रोसेसर होने के कारण जब ये कंप्यूटर कार्य करता है तब बहुत ज्यादा मात्रा में गर्मी पैदा करता है इस गर्मी के कारण अन्य डिवाइस के डैमेज होने का डर रहेता है जिस कारण सुपर कंप्यूटर को एयर कंडीशन वाला रूम में ही रखना आवश्यक है।
Super Computer क्या है से जुड़े FAQ
Super Computer एक बड़ा आकार का डिजिटल कंप्यूटर है। दुनिया का सबसे तेज़ गतिसंपन्न और शक्तिशाली कंप्यूटर को सुपर कंप्यूटर कहेते है।
दुनिया का पहेला सुपर कंप्यूटर का नाम है इल्लीयाक 4।
भारत का सबसे पहेला सुपर कंप्यूटर है PARAM 2000।
सबसे पहले सुपर कंप्यूटर का आबिस्कार सर Seymour Roger Cray ने सन 1960 में किया था।
सुपर कंप्यूटर का उपयोग रिसर्च सेंटर, क्लाइमेट रिसर्च, वैज्ञानिक रिसर्च सेंटर आदि बड़े बड़े गणना कार्य के क्षेत्र में किया जाता है।
सारांश
आज के इस पोस्ट पर हमने Super Computer क्या है के बारे में पूरे विस्तार में बताया है। हमें उम्मीद है आज के ईस ब्लॉग पोस्ट को पढ़कर आप ज़रूर जान गए होंगे कि Super Computer क्या है, Super Computer कैसे काम करता है, Super Computer के क्या फायदे है।
यदि इस पोस्ट को पढ़कर आपके मन में Super Computer से संबंधित कोई सवाल है, तो आप बेझिझक नीचे कमेंट बॉक्स पर कमेंट करके हमें पूछ सकते हैं। अगर आपको लगे की यह पोस्ट आप सभी के लिए उपयोगी है, तब आप Logicaldost के और भी कई पोस्ट को पढ़ सकते हैं।
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