Book अर्थात किताब जो, हमारे ज्ञान बढ़ाने में सहायता करता है। किताब, जिसके द्वारा हम विभिन्न विषय के बारे में ज्ञान प्राप्त कर पाते है। किसी भी विषय को गहराई से जानने के लिए हम book पढते है। Book अर्थात बोहोत सारे पन्नों का समग्र। Book की बात करते ही हमारे ज़हन में बोहोत सारे पन्नों के द्वारा भरा हुआ एक पुस्तक की छबि आ जाती है।

अब इंटरनेट का युग है। और, अब के समय भी book का अर्थ एक ही है। मगर, हमारे ज़हन में इसकी छबि का थोड़ा परिवर्तन आ गया है। अब इस ऑनलाइन के ज़माने में एक नए प्रकार की किताब का प्रचलन शुरू हो गया हे और वह है Ebook। आप सभी Ebook के बारे में तो ज़रूर जानते होंगे। और, बोहोत सारे पाठक ebook को पड़े भी है, पड़ते भी होंगे।
शायद आप भी ebook के पाठक होंगे। Ebook के बारे में यदि अति साधारण भाषा में बोले तो इसका अर्थ है Electronic book अर्थात, बैद्युतिन किताब। तो, क्या आप eBook क्या है? e-book कहा मिलती है? ebook के फायदे व नुकसान आदि के बारे में विस्तार में जानते है, यदि नहीं तो यह पोस्ट आप सभी के लिए बोहोत ही उपियोगि होने वाला है।
eBook क्या है
Ebook का पूरा नाम है Electronic book अर्थात बैद्युतिन किताब। eBook है एक ऐसा प्रकार का किताब जो कागज के वजाए डिजिटल रूप में इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के द्वारा पड़ा जा सकता है। अर्थात हम जिन सारे किताबों को डिजिटल माध्यम यानी कि स्मार्टफोन, कंप्यूटर, लैपटॉप आदि electronic device के माध्यम से पड़ते है उसे ebook कहा जाता है।
साधारण किताबों को हम स्पर्श कर पाते है, मगर ebook डिजिटल होने के वजह से इसे हम स्पर्श नहीं कर पाते है। अब सवाल आता है कि ebook को कैसे पड़ा जाता है, तब इस के उत्तर में बता दें कि कंप्यूटर, लैपटॉप, या फिर स्मार्टफोन में ईबुक को डाउनलोड करना पड़ता है, जो कि पीडीएफ, फाइल फॉर्मेट में उपलब्ध होते है।
कुछ ebook फ्री में डाउनलोड किया जा सकता है और कुछ ebook को ऑनलाइन ही डिजिटली खरीदना पड़ता है। साधारण किताब के तरह ebook के भी लेखक होते है, जो डिजिटली ebook की लॉन्चिंग, पब्लिशिंग करते है। ऐसे कुछ फेमस ebook है “अम्बेडकर गांधी एंड पटेल” इस किताब का लेखक है राजा शेखर बिंद्रू, “अ बिलियन इस इनफ” इस किताब का लेखक है अशोक गुप्ता, “अ सूटेबल ब्वॉय” लेखक है बिक्रम शेठ, और “थिंक लाइक ए मोंक” लेखक है जय शेट्टी आदि।
e-book कहा मिलती है
e-book के विषय में थोड़ा बोहोत जानकारी इससे पहले इस पोस्ट के द्वारा आप को ज़रूर मिल गई होगी। अब, सवाल आता है कि यह e-book कहा मिलता है। इस विषय के बारे में भी इस पोस्ट के माध्यम से आपको पहले थोड़ा बोहोत जानकारी प्राप्त हुई होगी। मगर, विस्तार में जानने के लिए बता देते है कि E-book सिर्फ और सिर्फ बैद्युतिन यंत्रों अर्थात Electronic device के माध्यम से ही पड़ा जा सकता है। अर्थात, ebook सिर्फ और सिर्फ स्मार्टफोन, कंप्यूटर, लैपटॉप आदि में ही उपलब्ध रहता है।
Ebook को मार्केट से हाथों हात खरीदा नहीं जा सकता है। यह ईबुक सिर्फ इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के द्वारा ऑनलाइन पर्चेज़ किया जा सकता है। इस के लिए ऑनलाइन ही बुक का चार्ज पे करना होता है। मगर, ज़्यादातर ईबुक फ्री मे ही डाउनलोड करने को मिल जाता है। और, यह ईबुक pdf फॉर्मेट, फाइल फॉर्मेट में उपलब्ध रहेता है। सिर्फ यही नहीं आप यदि चाहे तो ebooks को अपने दोस्तों, रिश्तेदारों से भी आसानी से शेयर कर सकते है।
ebook के फायदे
Ebook साधारण किताब के तुलना में बोहोत ही फायदेमंद है। Ebook के सहायता से पड़ने से पैसों की बचत होती है। Ebook को साधारण किताब के तुलना में बोहोत कम कीमत में ऑनलाइन के माध्यम से डिजिटली खरीदा जा सकता है। इसे पाठक जहा चाहे पड़ सकते है। ऐसे ही ebook के बोहोत सारे फायदे है जिसके बारे मे हमने नीचे विस्तार मे बताया है। तो चलिए जानते है ebook के फायदे
- Ebook का सबसे बड़ा फायदा है कि इसे खरीदने के लिए दुकान जाने की ज़रूरत नहीं होती। जैसे कि आप इस पोस्ट के द्वारा पहले ही जान गए है कि ebook को ऑनलाइन के माध्यम से सस्ती कीमत में डिजिटली खरीदा जाता है।
- बोहोत सारे ebook ऑनलाइन में फ्री में ही डाउनलोड करने का ऑप्शन मिल जाता है। और, यह ebook के पाठकों के लिए बोहोत ही अच्छी खबर होती है। और, इस विषय में पाठक अपने ज़रूरत और पढ़ाई की रुचि की अनुसार ebooks को डाउनलोड करने की सुविधा पाते है।
- Ebook को अलग से कैरी करने की ज़रूरत नहीं होती है, क्यों की इसे electronic device के माध्यम से पड़ा जाता है। इसीलिए पाठक चाहें तो अपने चहिते ebooks को डाउनलोड करके device में सेव रख के जहा चाहे पड़ सकते है।
- Ebook को खरीदने या फिर फ्री डाउनलोड करने की तुरंत बाद से ही हम उसे पड़ पाते है।
- साधारण किताब को खरीदने की बाद हमें उन किताब की पन्नों को अच्छे से चेक करना पड़ता है, देखना पड़ता है के कोई पन्ना फटा तो नहीं है। मगर, ebook में ऐसी कोई परेशानी नहीं होती है, क्यों की यह इबुक में कोई कागज का पन्ना नहीं होता है। इसमें सब पेज डिजिटल होता है।
- Ebook पीडीएफ, फाइल फॉर्मेट में उपलब्ध रहेता है। इसीलिए, इसको बोहोत आसानी से हम किसी दोस्त, रिश्तेदार से शेयर भी सकते है।
- और, यदि आप चाहे तो खुद भी pdf, फाइल फॉर्मेट में ebook बना सकते है।
और, Ebook के इतने सारे फायदे के कारण ही दिन व दिन इबुक की पाठक संख्या बढ़ती ही जा रही है। आप लोगों की जानकारी के लिए बता दे कि ebook को पड़ने का सबसे अच्छा डिवाइस Amazon kindle है।
E-book के नुकसान
हमारे इस पोस्ट के द्वारा Ebook के विषय में आपको थोड़ा बोहोत जानकारी ज़रूर प्राप्त हुई होगी। Ebook के फायदे के बारे में भी आप ज़रूर जान गए होंगे। परन्तु, अब आपके मन में यह सवाल जरूर आया होगा कि Ebook तो किसी electronic device के द्वारा ही पढ़ा जा सकता है, तब ebook का कुछ नुकसान भी होगा। इस सवाल के उत्तर में बता दें के हा, ebook के फायदे की तरह ही इसका कुछ नुकसान भी है। और, यह है
- Electronic device की आवश्यकता
Ebook का सबसे बड़ा नुकसान है, इस किताब को सिर्फ इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के माध्यम से ही पढ़ा जा सकता है। अर्थात, यदि किसी व्यक्ति के पास स्मार्टफोन, लैपटॉप, कंप्यूटर आदि बैद्युतिन यंत्र ना हो तो वह व्यक्ति ebook को नहीं पढ़ सकता। इसलिए पाठक के पास इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस का होना आवश्यक है।
- इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की क्षति
किसी व्यक्ति अर्थात पाठक के पास मौजूद इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस यदि किसी कारणवश खराब हो जाए तो, वह व्यक्ति उस ebook को दूसरे इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के अलावा नहीं पढ़ सकता।
- पर्याप्त बैटरी
अगर स्मार्टफोन के द्वारा कोई पाठक ईबुक पड़ता है। तब उसकी फोन में पर्याप्त बैटरी होना जरूरी है। क्योंकि, बहुत समय फोन की बैटरी कम हो जाने से ebook को पढ़ा नहीं जा सकता है।
- Data का डिलीट हो जाना
यदि, किसी कारणवश device का सब data डिलीट हो जाए। और, आप डाटा बैक अप करना भूल जाएं तब आपके डिवाइस से ebook भी डिलीट हो जाएगा। और, यह ebook के पाठकों के लिए बोहोत ही दुख और नुकसान कि बात है।
- Ebook की संरक्षण में दुबिधा
आम तौर पे कागज के किताबों को आप अपने पास बहुत सालों तक रख सकते हैं। और, यही अगर इबुक की बात करें तो, वह आप अपने पास बोहोत सालों तक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस में सेव किए हुए नहीं रख सकते हैं।
- सूरज की रौशनी में पड़ने से परेशानी
Ebook को सिर्फ electronic उपकरणों के द्वारा ही पड़ा जा सकता है। और, इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस की खुद की एक रौशनी होती है और इसके कारण सूरज की रौशनी में इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के द्वारा ebook को पढ़ने में बहुत ही परेशानी होती है। सूरज की रौशनी में ebook को पड़ा ही नहीं जा सकता है।
- बीमारी कि प्रकोप
Ebook की सबसे बड़ी नुकसान है कि ebook को स्मार्टफोन और लैपटॉप, कंप्यूटर आदि यंत्रों के द्वारा ही पड़ा जाता है। और, यह तो सभी जानते है कि स्मार्टफोन को ज़्यादा देर तक और ज़्यादा पास से इस्तेमाल करने से आखों की परेशानियां होती है। अर्थात, ebook को पड़ने से भी आखों कि समस्याएं दिखाई देती रहेती है।
जैसे, आखों की जलन, आखों से कम दिखाई देना, आंख लाल हो जाना, सिर में दर्द जैसे बीमारियों की प्रकोप आदि। और, जिन सारे पाठकों को रात में ebook पड़ने की अभ्यास है उन के लिए यह अभ्यास स्वास्थ की हानी कर सकती है।
सारांश
आज के इस पोस्ट पर हमने E-book क्या है के बारे में पूरे विस्तार में बताया है। हमें उम्मीद है आज के इस ब्लॉग पोस्ट को पढ़कर आप जरूर जान गए होंगे कि E-book क्या है।
यदि इस पोस्ट को पढ़कर आपके मन में E-book से संबंधित कोई सवाल है, तो आप बेजिजक नीचे कमेंट बॉक्स पर कमेंट करके हमें पूछ सकते हैं। अगर आपको लगे की यह पोस्ट आप सभी के लिए उपयोगी है, तब आप इस ब्लॉग के और भी कई पोस्ट को पढ़ सकते हैं।
आपके काम की अन्य पोस्ट:-