आज हम इस आर्टिकल मे DBMS क्या है? इसके बारे मे जानेंगे। DBMS का पूरा नाम Data Base Management System होता है। यह एक प्रकार का सॉफ्टवेयर प्रोग्राम है जोकी डाटाबेस को मैनेज करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। उदाहरण के लिए: PostgreSQL, MySQL, SQLLite, Oracle, Microsoft SQL etc ये सभी DBMS और RDBMS के लिए उपयोग किए जाने वाले Software के नाम है।

क्या आप जानते है, 1995 में, David Axmark, Allan Larsson, और Michael Widenius ने एक ओपन-सोर्स रिलेशनल डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम (RDBMS) लॉन्च किया था, जो Structured Query Language पर आधारित है। जिसका नाम MySQL सॉफ्टवेयर है। 2020 में Stack Overflow दुवारा एक सर्वेक्षण मे पाया गया है की 55.6% यूजर के दुवारा MySQL RDBMS का उपयोग किया जा रहा है, जिससे यह दुनिया में सबसे लोकप्रिय डेटाबेस बन गया है।
इस आर्टिकल मे आपको Database के प्रकार, DBMS और RDBMS के बीच अंतर, Open Source Database मैनिज्मन्ट सॉफ्टवेयर के नाम इत्यादि के बारे मे बताया जाएगा तो चलिए सबसे Database क्या होता है? और इसके लिए हम सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल क्यू करते है इसके बारे मे जानते है।
पेज का इंडेक्स
DBMS क्या है?
DBMS एक प्रकार से Inter-related Database मैनिज्मन्ट सॉफ्टवेयर होता है, जिसे खास तौर पर Database को क्रीऐट करने, डिलीट और ऑर्गनाइज़ इत्यादि करने के लिए भी डिजाइन किया गया रहता है। आपके मन मे यह प्रश्न हो सकता है की Database क्या होता है?
Database इनफार्मेशन या Facts का कलेक्शन होता है, जोकी टेबल, Hierarchy (Trees), Files तथा Object इत्यादि के फॉर्म मे हो सकता है। लगभग सभी प्रकार के DBMS Software डाटा पर कार्य करने के लिए SQL (Structured Query Language) का उपयोग करते है। चूंकि जब हमारे पास किसी भी चीज का डाटा अधिक मात्रा मे होता है तो उसे हमे अच्छे से मैनेज करने की जरूरत पड़ती है ताकि उसकी वास्तविकता बनी रहे। एक उदाहरण से समझे की,
प्राचीन समय के किसी राज्य मे जनता दुवारा दिए गए टैक्स को रजिस्टर मे रिकार्ड किया जाता था जोकी एक प्रकार से मैनुअल कार्य था और यह कार्य राजा के किसी खास आदमियों के दुवारा किया जाता था जिन्हे अक्सर मुंशी या लेखापाल कहा जाता है। लेकिन उस समय रजिस्टर कागज के होने के कारण जल जाते, फट जाते, या फिर खो जाते या फिर एक बार लिख देने के बाद अपडेट करना मुश्किल था इत्यादि अनेकों समस्याएं थी।
आधुनिक युग मे अब डाटा या रिकार्ड से संबंधित सभी कार्य कंप्युटरस ने ले लिया है। कंप्युटर न ही सिर्फ डाटा को स्टोर ही करता है, बल्कि इसको मैनेज करने के लिए सॉफ्टवेयर भी प्रदान करता है। तो इस प्रकार हम यह कह सकते है की डाटा को मैनेज करने के लिए जो सॉफ्टवेयर इस्तेमाल मे लाए जाते है उन्हे Database मैनिज्मेन्ट सॉफ्टवेयर कहते है। उदाहरण के लिए: Oracle, PostgreSQL, Microsoft SQL Server, NoSQL, IBM DB2 इत्यादि।

DBMS के प्रकार
नीचे आपको 5 प्रकार के DBMS दिए गए है, जोकी- किसी न किसी मोडेल या कान्सेप्ट पर आधारित है। यंहा कान्सेप्ट का मतलब है की आप डाटा को किस फॉर्म मे स्टोर कर रहे है ताकि उसको मैनेज करना कंप्युटर और यूजर दोनों के लिए आसान हो सके।
5 प्रकार के DBMS-
- Distributed Database Management System: इस प्रकार का DBMS Logically Interrelated Databases का सेट होता है जो की नेटवर्क के ऊपर अलग-अलग भाग मे डिस्ट्रिब्यूट किया गया रहता है तथा इसे एक Centralized Database Application के दुवारा मैनेज किया जाता है।
- Hierarchical Database Management System: इस प्रकार का DBMS data को Tree-Like Structure मे model करती है। जहाँ एक कम्प्लीट Hierarchy या Tree को नोड कहते है।
- Network Database Management System: यह Child और Parent कान्सेप्ट पर आधारित है। इसमे अधिक कॉम्प्लेक्स डाटा के लिए एक चाइल्ड का Multiple पेरन्टस भी हो सकते है।
- Relational Database Management System (RDBMS): यह अपने आसान User Friendly Interface के कारण बहूत लोकप्रिय है। यह डाटा को टेबल मे स्टोर करता है, जिसके लिए रो और कॉलम दिए रहते है।
- Object-oriented Database Management System: यह डेटा को Rows और Columns के बजाय ऑब्जेक्ट के रूप मे स्टोर करता हैं। यह ऑब्जेक्ट-ओरिएंटेड प्रोग्रामिंग (OOPS) कान्सेप्ट पर आधारित है जो ऑब्जे
- क्ट की फ़ील्ड्स, प्रॉपर्टीज़ और मेथड्स जैसे एलिमेंट्स को रखने की अनुमति देता है।
RDBMS क्या है?
इसका पूरा नाम Relational Database Management System होता है। यह डाटा नॉर्मलीज़िंग के लिए टेबल का इस्तेमाल करता है। जहाँ सभी टेबल का अपना स्पिसिफिक नाम होता है और डाटा को स्टोर करने के लिए Rows और Columns बने रहते है।
MS इक्सेल सॉफ्टवेयर के तरह RDBMS मे हरेक Rows का एक Unique ID होता है। RDBMS डाटा को फाइल के जगह टेबल मे ही स्टोर करके रखता है। आप अनेकों टेबल क्रीऐट कर सकते है, उसे डिलीट, चेंज, या फिर दो टेबल मे दिए गए डाटा को एक टेबल मे मर्ज भी कर सकते है। RDBMS का सबसे बड़ा उदाहरण Oracle, Microsoft SQL और MySQL है। नीचे आपको कोड के साथ कुछ उदाहरण भी दिए गए है। ये सभी SQL Programming Language का उपयोग करते है SQL को एक अन्य नाम Sequel से भी जानते है।
DBMS मे Database Objects क्या है?
Database Objects, DBMS मे डिफाइन्ड किए गए ऑब्जेक्ट्स होते है, जोकी किसी डाटा को क्रीऐट या रेफ्रन्स करने के लिए इस्तेमाल किए जाते है। उदाहरण के लिए यदि हम Create Command से एक Table क्रीऐट करते है तो यहाँ टेबल को एक Database Object कहा जा सकता है।
Database Objects Examples In Hindi
- Table: इसका उपयोग डाटाबेस मे टेबल क्रीऐट करने के लिए किया जाता है।
Example :
CREATE TABLE dept
(deptno NUMBER(2),
dname VARCHAR2(14),
loc VARCHAR2(13));
Output :

2. View: यह Database ऑब्जेक्ट का एक View क्रीऐट करता है। View एक लाजिकल टेबल होता है, जोकी दूसरे टेबल या View पर आधारित होता है।
Example :
CREATE VIEW salvu50
AS SELECT employee_id ID_NUMBER, last_name NAME,
salary*12 ANN_SALARY
FROM employees
WHERE department_id = 50;
Output :
SELECT *
FROM salvu50;

3. Sequence: यह Database मे Sequence क्रीऐट करने का कार्य करता है। यह ऑब्जेक्ट, यूजर के दुवारा क्रीऐट किया जाता है जिसे यूनीक Integers जेनरैट कर Multiple लोगों मे शेयर कर सकते है।
Example :
CREATE SEQUENCE dept_deptid_seq
INCREMENT BY 10
START WITH 120
MAXVALUE 9999
NOCACHE
NOCYCLE;
4. Index: यह परफॉरमेंस और Quries को इम्प्रूव करने का कार्य करता है। यह Database मे Index क्रीऐट करने का कार्य करता है।
Example :
CREATE INDEX emp_last_name_idx
ON employees(last_name);
5. Synonym: यह किसी ऑब्जेक्ट का दूसरा नाम होता है, जिसे हम Synonym कहते है। यह खासतौर पर Synonym क्रीऐट करने का कार्य करता है।
Example :
CREATE SYNONYM d_sum FOR dept_sum_vu;
DBMS Vs RDBMS in Hindi
SN | DBMS | RDBMS |
1. | यह डाटा को टेबल, फाइल, Hierarchy इत्यादि के फॉर्म मे स्टोर करता है। | यह डाटा को सिर्फ टेबल के फॉर्म मे स्टोर कर रखता है। |
2. | इसे एक बार मे केवल एक ही यूजर एक्सेस कर सकता है। | इसे एक बार मे एक से अधिक यूजर एक्सेस कर सकता है। |
3. | यहाँ डाटा के बीच मे एक दूसरे के साथ कोई रीलैशन नही होता है। | यहाँ डाटा, जोकी टेबल के फॉर्म मे स्टोर होता है, दूसरे टेबल के साथ रिलेटेड होता है। |
4. | इसमे नॉर्मलिज़ैशन नहीं उपस्थित होता है। | इसमे नॉर्मलिज़ैशन उपस्थित होता है। |
5. | यह छोटे क्वानटिटी मे डाटा के साथ डील करता है। | जबकि यह बड़े डाटा के साथ भी डील कर सकता है। |
6. | Data Manipulation के संबंध मे इसका Security कमजोर है। | जबकि Data Manipulation के संबंध मे इसमे Multiple Level में Security दिए गये है। |
7. | यह एक समय मे सिंगल यूजर को सपोर्ट करता है। | यह एक समय मे Multiple यूजर को सपोर्ट करता है। |
8. | Examples: XML, Window Registry इत्यादि। | Examples: MySQL, PostgreSQL, SQL Server, Oracle, Microsoft SQL इत्यादि। |
Advantages of DBMS in Hindi
- Controls Database Redundancy: यह डाटाबेस Redundancy को नियंत्रित करता है, क्यूंकी यह सभी डाटा को एक ही फाइल मे स्टोर करता है। यहाँ Redundancy का मतलब Duplicate Data का उपस्थित होना है।
- Data Sharing: इसमेकिसी Organization के Authorized Users डाटा को Multiple यूजर के साथ भी शेयर कर सकते है।
- Backup: यह Backup और Recovery Subsystems भी क्रीऐट करता है, जिससे की डाटा लॉस या क्रैश होने से वापस डाटा को रिकवर किया जा सकता है।
- Multiple User Interface: यह विभिन्न प्रकार के User Interface प्रदान करता है जैसे की Graphical User Interfaces, Command Line Interface तथा Application Program Interfaces इत्यादि।
- Reduce time: यह Application Development Time और Maintenance Time को भी कम करता है।
Disadvantages of DBMS in Hindi
- Cost of Hardware and Software: जैसे की आप जानते है की किसी भी प्रकार के सॉफ्टवेयर को रन करने के लिए हार्डवेयर का जरूरत होता है तो यहाँ भी DBMS को रन होने के लिए अधिक मात्रा मे कंप्युटर मेमोरी और स्टॉरिज का जरूरत पड़ता है जोकी अधिक कॉस्ट्ली होता है।
- Higher Impact Of Failure: इसमे डाटा फैल्यर के Chances भी अधिक है, क्यूंकी अधिकतर organization में लार्ज अमाउन्ट मे डाटा को एक ही Database मे स्टोर किया जाता है। तो इसलिए बिना कोई बैकअप के डाटा क्रैश होने के बाद अधिक प्रभाव पड़ सकता है।
- Complex System: यह बहूत कॉम्प्लेक्स सिस्टम है। इसको रन करने के लिए हमे टेक्निकल या स्किल्ड प्रोफेशनल की जरूरत पड़ती है, क्यूंकी इसको सही तरीका से Integrate करने के लिए या Successfully रन करने के लिए कोडिंग की जरूरत पड़ती है। इसके अलावा IT से संबंधित जैसे की नेटवर्किंग, स्टॉरिज टेक्नॉलजी, इत्यादि का भी Knowledge होना जरूरी हो जाता है।
DBMS से संबंधित सवालों के जवाब
DBMS का पूरा नाम Data Base Management System होता है। यह एक प्रकार का सॉफ्टवेयर प्रोग्राम होता है।
RDBMS का पूरा नाम Relational Data Base Management System होता है। यह भी एक प्रकार का सॉफ्टवेयर प्रोग्राम होता है।
RDBMS, डाटा को Table के फॉर्म मे स्टोर करता है।
यह DBMS का एक प्रकार है, जोकी डाटा को ऑब्जेक्ट के फॉर्म मे स्टोर करता है तथा यह OOPS के कान्सेप्ट पर आधारित है।
DBMS का मुख्य कार्य बड़े पैमाने पर अवैलबल डाटा को विशिष्ट तरीके से मैनेज करना होता है। यह डाटा बेस को क्रीऐट करता है, उसे डिलीट करता है, या फिर दो डाटा बेस के उपलब्ध डाटा को मर्ज करता है। इसके अलावा भी यह सारे ऑपरेशन को पूरा करता है।
नीचे आपको बेस्ट या सबसे लोकप्रिये RDBMS सॉफ्टवेयर के नाम दिए गए है-
1. Oracle
2. MySQL
3. Microsoft SQL
4. NoSQL
5. IBM DB2 इत्यादि इनमे से MySQL एक सबसे प्रचलित RDBMS Software है।
1995 में, David Axmark, Allan Larsson, और Michael Widenius ने एक ओपन-सोर्स रिलेशनल डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम (RDBMS) लॉन्च किया, जो Structured Query Language पर आधारित है। जिसका नाम MySQL सॉफ्टवेयर है।
SQL एक प्रकार की प्रोग्रामिंग भाषा है। इसका पूरा नाम Structured Query Language होता है। RDBMS प्रकार के सॉफ्टवेयर मे डाटा को मैनेज करने के लिए SQL भाषा का ही उपयोग किया जाता है। यदि आप किसी भी एक सॉफ्टवेयर मे SQL सिख लेते है तो आपको दूसरे RDBMS सॉफ्टवेयर मे कोई नया प्रोग्रामिंग भाषा सीखने की जरूरत नही है।
निष्कर्ष:
इस आर्टिकल मे आपने DBMS के बारे मे जानकारी प्राप्त किया। DBMS एक प्रकार से Database मैनिज्मन्ट प्रोग्राम्स या सॉफ्टवेयर होते है जिसका मुख्य काम बड़े पैमाने पर उपलब्ध डाटा को मैनेज करना होता है।
DBMS कई प्रकार के हो सकते है, आपने इस आर्टिकल मे 5 प्रकार के DBMS के बारे मे जाना जैसे की: Distributed Database Management System, Hierarchical Database Management System, Network Database Management System, Relational Database Management System (RDBMS) इत्यादि।
ध्यान देने की बात यह है की सभी प्रकार के DBMS मे अंतर है वे एक दूसरे के तुलना मे नए कान्सेप्ट पर कार्य करते है, उदाहरण के लिए RDBMS, डाटा को Table के फॉर्म मे स्टोर करता है, DBMS डाटा को File मे स्टोर करता है तथा Object-Oriented Database Management System डाटा को ऑब्जेक्ट के फॉर्म मे स्टोर करता है जोकी OOPS के कान्सेप्ट कर आधारित है।
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